स्वामी विवेकानंद Swami Vvivekananda QUOTES IN HINDI
1. सभी दूर बस प्रेम ही प्रेम हैं. प्यार फैलाव हैं… और स्वार्थ ही सिकुडन हैं. इसलिए दुनिया का बस एक ही नियम होना चाहिए.. प्रेम. जो प्रेम करता हैं.. प्रेम से रहता हैंवोही जीता हैं.. जो स्वार्थ में जीता हैं वो मर रहा हैं.. इसलिए प्यार पाने के लिए प्यार करो भी .. क्योंकि ये जिंदगी का नियम हैं.. ठीक उसी तरह जिस तरह तुम साँस लेते हो.
2. बाहर की दुनिया बिलकुल वेसी हैं जैसा की हम अन्दर से सोचते हैं.हमारे विचार ही चीजों को सुन्दर बनाते हैं, हमारे विचार ही चीजों को बदसूरत बनाते हैं. पूरा संसार हमारे अन्दर समाया हैं. चीजों को सही रौशनी में रख कर देखना सीखो.
3. सबसे पहले ये अच्छे से जान लों की हर बात के पीछे एक मतलब होता हैं. इस दुनिया की हर चीज़ अच्छी हैं.. पवित्र हैं और सुन्दर हैं. अगर आपको कुछ बुरा दिखाई देता है.. इसका मतलब ये नहीं हैं की वो बुरा हैं. इसका मतलब ये हैं की आपने उसे सही रौशनी में नहीं देखा.
4. ईसा मसीह की तरह सोचो और तुम इसा बन जाओगे, बुद्धा की तरह सोचो और तुम बुद्धा बन जाओगे. जिंदगी बस महसूस होने का नाम हैं. अपनी ताकत, हमारे कला कौशल का नाम हैं जिनके बिना ईश्वर तक जाना नामुमकिन है.
5. जिस पल मुझे ये ज्ञात हो गया की भगवान् हर मानव की हृदय में है.. तभी से मैं अपने सामने आने वाले हर व्यक्ति मैं ईश्वर की छवि देखने लगा.. और उसी पल मैं हर बंधन से छुट गया.. हर उस चीज़ से जो बंद रखती हैं.. एक न एक दिन धूमिल हो जाती है. और मैं तो आजाद हूँ.
6. किसी को दोष मत दो. अगर तुम अपने हाथ आगे बढ़ा के किसी की मदद कर सकते हो तो करो. अगर नहीं कर सकते तो अपने हाथ बांध के खड़े रहो. अपनेभाइयो को शुभकामनाये दो और उन्हें उनके रास्ते जाने दो.. आप दोष देने वाले कोई नहीं होते.
7. अगर पैसा मनुष्यों की अच्छे कामकरने में मदद करता हैं तो पैसा महत्वपूर्ण हैं. पर अगर मदद नहीं करता तो फिर ये किसी काम का नहीं.. सिवाय एक बुराई के.. जितनी जल्दी इससे पीछा छुटे उतना अच्छा.
8. हमारा कर्तव्य हैं की हम हर उस व्यक्ति का होंसला बढ़ाए जो अपने ऊँचे विचारों पर जीवन व्यतीत करने के लिए संग्रह कर रहा है.
9. तुम्हे अन्दर से सीखना हैं सबकुछ.. तुम्हे कोई नहीं पढ़ा सकता..कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता. अगरये सब कोई सिखा सकता हैं तो ये केवलआपकी आत्मा हैं..
10. दुनिया का सबसे बड़ा धर्मं हैं अपने स्वाभाव अपने आप के प्रतिसच्चे रहना.. अपने आप पे विश्वास रखो हमेशा..
11. कभी भी ये मत सोचो की तुम्हारेलिए, तुम्हारी आत्मा के लिए कुछ भी नामुमकिन है. ये सोच ही सबसे दुखदाई है. अगर कोई पाप हैं.. तो वो सिर्फ और सिर्फ अपने आप को या दूसरों को कमजोर मानना हैं.
12. ब्रह्माण्ड की सबसे बड़ी उर्जा हमारे अन्दर ही है.. ये तो हम मनुष्य हैं जो अपनी आँखों पे हाथ रख लेते और कहते हैं की बहुत अँधेरा हैं.
13. सच्चाई के लिए कुछ भी छोड़ देना चाहिए.. पर किसी के लिए भी सच्चाई नहीं छोड़ना.
फेसबुक के इन पेज को लाइक करे
इन पेज पर क्लिक करे
* Page Like
* Job Our Kota
* बेटी बचाओ अभियान
* मैं हु दैनिक भास्कर पाठक
* HARIMOHAN MEHAR
* हमारे पीएम नरेन्दर मोदी
* शक्तिदल
2. बाहर की दुनिया बिलकुल वेसी हैं जैसा की हम अन्दर से सोचते हैं.हमारे विचार ही चीजों को सुन्दर बनाते हैं, हमारे विचार ही चीजों को बदसूरत बनाते हैं. पूरा संसार हमारे अन्दर समाया हैं. चीजों को सही रौशनी में रख कर देखना सीखो.
3. सबसे पहले ये अच्छे से जान लों की हर बात के पीछे एक मतलब होता हैं. इस दुनिया की हर चीज़ अच्छी हैं.. पवित्र हैं और सुन्दर हैं. अगर आपको कुछ बुरा दिखाई देता है.. इसका मतलब ये नहीं हैं की वो बुरा हैं. इसका मतलब ये हैं की आपने उसे सही रौशनी में नहीं देखा.
4. ईसा मसीह की तरह सोचो और तुम इसा बन जाओगे, बुद्धा की तरह सोचो और तुम बुद्धा बन जाओगे. जिंदगी बस महसूस होने का नाम हैं. अपनी ताकत, हमारे कला कौशल का नाम हैं जिनके बिना ईश्वर तक जाना नामुमकिन है.
5. जिस पल मुझे ये ज्ञात हो गया की भगवान् हर मानव की हृदय में है.. तभी से मैं अपने सामने आने वाले हर व्यक्ति मैं ईश्वर की छवि देखने लगा.. और उसी पल मैं हर बंधन से छुट गया.. हर उस चीज़ से जो बंद रखती हैं.. एक न एक दिन धूमिल हो जाती है. और मैं तो आजाद हूँ.
6. किसी को दोष मत दो. अगर तुम अपने हाथ आगे बढ़ा के किसी की मदद कर सकते हो तो करो. अगर नहीं कर सकते तो अपने हाथ बांध के खड़े रहो. अपनेभाइयो को शुभकामनाये दो और उन्हें उनके रास्ते जाने दो.. आप दोष देने वाले कोई नहीं होते.
7. अगर पैसा मनुष्यों की अच्छे कामकरने में मदद करता हैं तो पैसा महत्वपूर्ण हैं. पर अगर मदद नहीं करता तो फिर ये किसी काम का नहीं.. सिवाय एक बुराई के.. जितनी जल्दी इससे पीछा छुटे उतना अच्छा.
8. हमारा कर्तव्य हैं की हम हर उस व्यक्ति का होंसला बढ़ाए जो अपने ऊँचे विचारों पर जीवन व्यतीत करने के लिए संग्रह कर रहा है.
9. तुम्हे अन्दर से सीखना हैं सबकुछ.. तुम्हे कोई नहीं पढ़ा सकता..कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता. अगरये सब कोई सिखा सकता हैं तो ये केवलआपकी आत्मा हैं..
10. दुनिया का सबसे बड़ा धर्मं हैं अपने स्वाभाव अपने आप के प्रतिसच्चे रहना.. अपने आप पे विश्वास रखो हमेशा..
11. कभी भी ये मत सोचो की तुम्हारेलिए, तुम्हारी आत्मा के लिए कुछ भी नामुमकिन है. ये सोच ही सबसे दुखदाई है. अगर कोई पाप हैं.. तो वो सिर्फ और सिर्फ अपने आप को या दूसरों को कमजोर मानना हैं.
12. ब्रह्माण्ड की सबसे बड़ी उर्जा हमारे अन्दर ही है.. ये तो हम मनुष्य हैं जो अपनी आँखों पे हाथ रख लेते और कहते हैं की बहुत अँधेरा हैं.
13. सच्चाई के लिए कुछ भी छोड़ देना चाहिए.. पर किसी के लिए भी सच्चाई नहीं छोड़ना.
फेसबुक के इन पेज को लाइक करे
इन पेज पर क्लिक करे
* Page Like
* Job Our Kota
* बेटी बचाओ अभियान
* मैं हु दैनिक भास्कर पाठक
* HARIMOHAN MEHAR
* हमारे पीएम नरेन्दर मोदी
* शक्तिदल