जब बने उद्दमी तो ध्यान रखे ये बाते

जब बनना हो उद्यमी
आज के युवाओं की एक बड़ी तादाद जॉब के बजाय अपना कारोबार करना पसंद करती है। अपने कारोबार का ज्यादा चैलेंजिंग होना, काम करने की स्वतंत्रता का होना, खुद के साथ-साथ दूसरों के लिए रोजगार उपलब्ध कराना, किसी भी सीमा तक उड़ान भरने का अवसर होना, अधिक आमदनी होना आदि कई ऐसे कारण हैं, जो युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते हैं। स्मॉल एंटरप्राइजेज में युवाओं की दिलचस्पी इसलिए भी नजर आती है, क्योंकि ऐसे कारोबार के लिए बजट का इंतजाम करना तुलनात्मक रूप से आसान होता है। इसके बावजूद यह भी सच है कि एंटरप्रेन्योरशिप में सफलता उन्हें ही मिलती है, जिनकी प्लानिंग अच्छी होती है और जो बाधाओं का सामना करने का हौसला रखते हैं। आपको भी सफल उद्यमी बनना हो, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है :

कोई भी कारोबार शुरू करने से पहले अपनी क्षमता और रुचि का ध्यान रखें। किसी दूसरे की सफलता को देखकर शुरू किए गए काम में जरूरी नहीं कि आपको भी सफलता मिल ही जाए। जब आप अपनी क्षमता, अपनी नॉलेज का आकलन कर लेंगे, तो उसके अनुरूप कोई बिजनेस आइडिया डेवलप करें। यही आइडिया आपको आपकी मंजिल तक पहुंचाएगा। आइडिया आपके बजट के अनुसार ही होना चाहिए, वरना आप बेहतर प्लानिंग नहीं कर पाएंगे। इसलिए विस्तृत प्लानिंग से पहले वित्तीय पहलू पर गौर करें। आपके पास कितना पैसा है और कितना आप बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों से ले सकते हैं, इसका लेखाजोखा कर लें। बैंक लोन की शर्तों और अपनी पात्रता का भी आकलन कर लें। अब बारी आती है प्लानिंग की। आइडिया और बजट के तालमेल से कारोबार को विभिन्न चरणों में बांट लें। फिर एक-एक करके उस पर काम करें। प्लानिंग में आप अपने उत्पादों या सेवाओं की गुणवत्ता और बाजार की जरूरतों का खास ध्यान रखें। इसके अलावा विस्तार योजनाओं को ध्यान में रखना भी जरूरी है। प्रोडक्ट के उचित डिस्ट्रीब्यूशन के लिए व्यवस्थित नेटवर्क बेहद आवश्यक है। कोई भी व्यवसाय जब चल निकले, तो यह ध्यान रखना अत्यंत जरूरी है कि आपके उत्पाद की गुणवत्ता हमेशा कायम रहे। इसी से कारोबारी सफलता लंबे समय तक बनी रहती है। किसी भी व्यवसाय में सफलता उस फील्ड से संबंधित आपके ज्ञान पर निर्भर करती है। इसलिए संभव हो तो उस फील्ड से संबंधित कोई कोर्स जरूर करें। उस फील्ड से संबंधित जॉब करके अनुभव प्राप्त करने से भी बिजनेस में लाभ होता है।




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