उर्जित पटेल की जीवनी | RBI Governor Urjit Patel Biography In Hindi

नाम – उर्जित पटेल
(Urjit R Patel)

जन्म – 28
अक्टूबर 1963

राष्ट्रीयता – भारतीय

उपलब्धि – भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर ( RBI
Governor)

उर्जित पटेल भारतीय रिज़र्व
बैंक (RBI) के 24वां गवर्नर (Governor) हैं। वह पूर्व
गवर्नर रघुराम राजन का स्थान लिए। इससे पहले वे
भारतीय रिज़र्व बैंक के उप-गवर्नर थे। उनपर
मुद्रास्फीति को काबू में रखने की
जिम्मेवारी थी। बैंकिग सेक्टर के रिफार्म
के लिए भी उन्होंने काम किया है। उन्होने वित्त
मंत्रालय में 1998 से 2001 तक आर्थिक सलाहकार के रूप में
भी काम किया है। उर्जित आइएमएफ में यूएसए,
भारत, बहामास, म्यांमार डेस्क से जुड़े रहे। उन्हे भारत लाने का
श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जाता और
उन्होने कहा था कि उर्जित देश के लिए जरुरी है।
उर्जित को हिन्दी नहीं आती
थी लेकिन भारत आकर उन्होंने हिंदी
अच्छी तरीका से सीख
ली।

पृष्टभूमि – Early Life :
उर्जित पटेल का जन्म 28 अक्टूबर 1963 को केन्या मे हुआ
था। उनका पैतृक गांव गुजरात में है। गुजरात के खेड़ा जिले के
पालना गांव में इनके पूर्वजों का घर है। रिजर्व बैंक के पूर्व
गर्वनर आईजी पटेल भी
इसी इलाके से आते थे। उर्जित पटेल ने लंदन स्कूल
ऑफ इकोनॉमिक्स (1984) से ग्रेजुएट किया है। उन्होंने
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (1986) से एमफिल व येल
यूनिवर्सिटी (1990) से पीएच
डी की डिग्री हासिल
की है।
उर्जित वैष्णव धर्म के अनुयायी हैं।
उनकी कुलदेवी कालका माता है। वे लेऊवा
पटेल हैं और मूल कठलाल के पास स्थित
छीपड़ी के पाटीदार हैं।

कॅरियर :-
आरबीआई में डिप्टी गवर्नर नियुक्त होने
से पहले पटेल दि बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप में सलाहकार (ऊर्जा
एवं बुनियादी ढांचा) थे। पटेल ने 1990 से 1995 के
बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष
(आईएमएफ) में अमेरिका, भारत, बहमास और म्यांमार डेस्क पर
काम किया। वह 1996-1997 तक आईएमएफ से रिजर्व बैंक में
प्रतिनियुक्त पर रहे. इस दौरान उन्होंने ऋण बाजार के विकास,
बैंकिंग क्षेत्र के सुधार, पेंशन कोष सुधार, वास्तविक विनिमय दर
लक्ष्य और विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार के विकास पर
सलाह दी।
इसके अलावा वह रिलायंस इंडस्ट्री में अध्यक्ष
(कारोबार विकास), आईडीएफसी में
कार्यकारी निदेशक एवं प्रबंधकीय समिति
के सदस्य, एकीकृत ऊर्जा नीति समिति के
सदस्य और गुजरात राज्य पेट्रोलियम निगम लिमिटेड में निदेशक
मंडल के सदस्य भी रहे हैं।

वर्ष 2000 से 2004 के बीच पटेल ने कई उच्च
स्तरीय राज्य एवं केंद्रीय समितियों में
कार्य किया. इनमें प्रत्यक्ष कर पर कार्यबल, वित्त मंत्रालय,
शोध परियोजनाओं और बाजार अध्ययन पर सलाहकार समिति,
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग, अवसंरचना पर
प्रधानमंत्री के कार्यबल के लिए सचिवालय, दूरसंचार
मामलों पर मंत्री समूह और नागर विमानन सुधार समिति
इत्यादि शामिल हैं।
उर्जित पटेल ने महंगाई दर के लक्ष्य का खाका
खींचा था. सरकार ने 4 प्रतिशत तक महंगाई दर का
लक्ष्य रखा है। पटेल की सबसे बड़ी
चुनौती पीएसयू सेक्टर में
एनपीए को कम करना होगा. भारत के
सरकारी बैंक इस वक्त बुरे लोन की
समस्या से जुझ रही है।
पटेल ने कई तकनीकी प्रकाशन,
दस्तावेज और भारतीय वृहद अर्थव्यवस्था पर
टिप्पणियां भी लिखी हैं।
गर्वनर के चयन के लिए प्रधानमंत्री ने
तीन बातों का ध्यान रखा है। प्रधानमंत्री
आरबीआई गर्वनर के दावेदारों में तीन
प्रमुख गुण चाहते थे। आरबीआई का गर्वनर ऐसा हो
जिसके पास वैश्विक अर्थव्यवस्था का अनुभव हो,
भारतीय अर्थव्यवस्था की व्यापक समझ
रखता हो और भारतीय बैंकिग व्यवस्था में
एनपीए के चुनौती का सामना कर सकने में
सक्षम हो।
रघुराम राजन पर तीखे हमले करने वाले भाजपा नेता
सुब्रमण्यम स्वामी ने उर्जित पटेल पर
अपनी सधी हुई प्रतिक्रिया
दी है। उन्होंने कहा था कि रघुराम राजन दिमाग से
अमेरिकी है उन्हें भारतीय व्यवस्था
की समझ नहीं है और वो अब
भी अमेरिका की ग्रीन कार्ड
होल्डर है। वहीं उन्होंने उर्जित पटेल के बारे में
कहा कि वो केन्याई नागरिक थे लेकिन अब उन्होंने केन्याई
नागरिकता छोड़ दी है, इसलिए उनपर सवाल उठाना
गलत है।
सरकार ने भी उम्मीद जतायी
हैं कि रिजर्व बैंक के नव नियुक्त गवर्नर उर्जित पटेल अपने
नए पद की जिम्मेदारी सफलतापूर्वक
निभाएंगे और मुद्रास्फीति तथा आर्थिक वृद्धि के
बीच संतुलन साधने के लिए रिजर्व बैंक में मौद्रिक
नीति से जुड़े अपने अनुभवों का बखूबी
उपयोग करेंगे। रघुराम राजन के उत्तराधिकारी के रूप में
उर्जित कितने कामयाब होंगे यह तो वक्त ही बतायेगा
लेकिन बैंकिग और आर्थिक क्षेत्र में लंबे अनुभव
की वजह से उनसे काफी
उम्मीदें हैं।

अफवाह :-
सोशल मीडिया पर गवर्नर उर्जीत पटेल
के बारे में एक अफवाह उड़ रही है। बताया जा रहा
है कि आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल और
उद्योगपति मुकेश अंबानी रिश्तेदार हैं। सच्चाई ये है
कि नीता अंबानी की सिर्फ
एक बहन हैं ममता दलाल। ममता एक टीचर हैं जो
अंबानी द्वारा चलाए जा रहे एक स्कूल में
पढ़ाती हैं। उनके पिता रविंद्रभाई दलाल की
जुलाई 2014 में मौत हुई थी।

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