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हिलेरी क्लिंटन की जीवनी | Hillary Clinton Biography In Hindi

नाम – हिलैरी डियान रोधम क्लिंटन (Hillary Clinton) जन्म – 26 अक्टूबर 1947 राष्ट्रीयता – अमेरिकन उपलब्धि – अमेरिका के भावी प्रेसीडेंट, अमेरिका के 42वे राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हैं, हिलेरी क्लिंटन परिचय – Hillary Clinton Biography In Hindi : – हिलेरी क्लिंटन अमेरिका (America) के 42वे राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हैं और सन् 1993 से 2001 तक अमेरिका की प्रथम महिला रहीं। अमेरिकी पॉलिटिशियन और यूनाइटेड स्टेट के 2016 के चुनाव की डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष की अनुमानित नामांकित महिला है। किसी भी मुख्य अमेरिकन राजनितिक पार्टी में यह पद पाने वाली वह पहली महिला है। 2001 से 2009 तक जूनियर यूनाइटेड स्टेट सीनेटर में न्यू यॉर्क का प्रतिनिधित्व किया, और 2009 से 2013 तक उन्होंने 67 वे यूनाइटेड स्टेट के सेक्रेटरी के पद पर रहते हुए सेवा की, पृष्टभूमि – Early Life :- हिलेरी क्लिंटन का पूरा नाम हिलेरी डीयने रोडम क्लिंटन (Hillary Diane Rodham Clinton) हैं का जन्म 26 अक्टूबर 1947 को इलेनॉइस के शिकागो के एजवॉटर हॉस्पिटल में हुआ। शिकागो के यूनाइटेड मेथोडिस्ट परिवार में इनक

उर्जित पटेल की जीवनी | RBI Governor Urjit Patel Biography In Hindi

नाम – उर्जित पटेल (Urjit R Patel) जन्म – 28 अक्टूबर 1963 राष्ट्रीयता – भारतीय उपलब्धि – भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर ( RBI Governor) उर्जित पटेल भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के 24वां गवर्नर (Governor) हैं। वह पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का स्थान लिए। इससे पहले वे भारतीय रिज़र्व बैंक के उप-गवर्नर थे। उनपर मुद्रास्फीति को काबू में रखने की जिम्मेवारी थी। बैंकिग सेक्टर के रिफार्म के लिए भी उन्होंने काम किया है। उन्होने वित्त मंत्रालय में 1998 से 2001 तक आर्थिक सलाहकार के रूप में भी काम किया है। उर्जित आइएमएफ में यूएसए, भारत, बहामास, म्यांमार डेस्क से जुड़े रहे। उन्हे भारत लाने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जाता और उन्होने कहा था कि उर्जित देश के लिए जरुरी है। उर्जित को हिन्दी नहीं आती थी लेकिन भारत आकर उन्होंने हिंदी अच्छी तरीका से सीख ली। पृष्टभूमि – Early Life : उर्जित पटेल का जन्म 28 अक्टूबर 1963 को केन्या मे हुआ था। उनका पैतृक गांव गुजरात में है। गुजरात के खेड़ा जिले के पालना गांव में इनके पूर्वजों का घर है। रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर आईजी पटेल भी

सफलता के 20 मन्त्र

1.खुद की कमाई  से कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनाओ..! 2. दिन  मे 3 लोगो की प्रशंसा करो..! 3. खुद की भुल स्वीकारने मेभी कभी संकोच मत करो..! 4. किसी  के सपनो पर  हँसो मत 5. आपके पीछे खडे व्यक्ति को भी कभी कभी आगे जाने का मौका दो 6. रोज हो सके तो सुरज को उगता हुए देखे 7. खुब जरुरी हो तभी कोई चीज उधार लो 8. किसी के पास  से  कुछ जानना हो तो विवेक  से दो बार...पुछो 9. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दो 10. ईश्वर पर पुरा भरोस रखो..! 11. प्रार्थना करना कभी मत भुलो,प्रार्थना मे अपार शक्ति होती है..! 12. अपने काम  से मतलब रखो..! 13. समय सबसे ज्यादा कीमती है, इसको फालतु कामो  मेँ खर्च मत करो.. 14. जो आपके पास है, उसी  मेँ खुश रहना सिखो..! 15. बुराई कभी भी किसी कि भी मत करो, क्योकिँ  बुराई नाव  मेँछेद समान  है,बुराई छोटी हो बडी नाव तो डुबो ही देती  है..! 16. हमेशा सकारात्मक सोच रखो..! 17. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर  पैदा होता है बस  उस हुनर को दुनिया के सामने लाओ. 18. कोई काम छोटा नही होता हर काम बडा होता है जैसे कि सोचो जो काम आप कर रहे हो अगर वह काम आप नही करते हो तो

इसे ध्यान से पढे आँख में आशु आजायेंगे

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एक दिन बड़े गुस्से से मैं घर से चला आया इतना गुस्सा था की गलती से पापा के ही जूते पहन के निकल गया मैं आज बस घर छोड़ दूंगा, और तभी लौटूंगा जब बहुत बड़ा आदमी बन जाऊंगा जब मोटर साइकिल नहीं दिलवा सकते थे, तो क्यूँ इंजीनियर बनाने के सपने देखतें है आज मैं पापा का पर्स भी उठा लाया था जिसे किसी को हाथ तक न लगाने देते थे मुझे पता है इस पर्स मैं जरुर पैसो के हिसाब की डायरी होगी पता तो चले कितना माल छुपाया है माँ से भी इसीलिए हाथ नहीं लगाने देते किसी को जैसे ही मैं कच्चे रास्ते से सड़क पर आया, मुझे लगा जूतों में कुछ चुभ रहा है मैंने जूता निकाल कर देखा मेरी एडी से थोडा सा खून रिस आया था जूते की कोई कील निकली हुयी थी, दर्द तो हुआ पर गुस्सा बहुत था और मुझे जाना ही था घर छोड़कर जैसे ही कुछ दूर चला मुझे पांवो में गिला गिला लगा, सड़क पर पानी बिखरा पड़ा था पाँव उठा के देखा तो जूते का तला टुटा था जैसे तेसे लंगडाकर बस स्टॉप पहुंचा, पता चला एक घंटे तक कोई बस नहीं थी मैंने सोचा क्यों न पर्स की तलाशी ली जाये मैंने पर्स खोला, एक पर्ची दिखाई दी, लिखा था लैपटॉप के लिए 40 हजार उधार लिए

कैसे बने मेमोरी के मास्टर

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इसे कहीं देखा तो है, पर नाम याद नहीं आ रहा! अरे, मोबाइल कहां रख दिया,  याद नहीं आ रहा! मेमरी बेकार हो गई है...  ऐसी बातें बोलते हुए आपने अक्सर लोगों को सुना होगा।  इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें कोई मेमरी प्रॉब्लम है। दरअसल, फोकस न होने और ध्यान कहीं और होने की वजह से ऐसा होता है।  आप चाहें तो अपनी मेमरी को और निखार सकते हैं। कैसे,  एक्सपर्ट्स की मदद से बता रही हैं प्रियंका सिंह: अक्सर लोगों को लगता है कि हम भूल रहे हैं,  लेकिन असल में यह मेमरी लॉस नहीं होता।  इसकी वजह अब्सेंट-माइंडेडनेस (दिमाग का वहां न होना)  और एंग्जाइटी (बेचैनी या उतावलापन) होता है।  मेमरी का फंडा है रेकॉर्ड, स्टोर और फिर री-प्ले। अगर रेकॉर्ड ही नहीं हुआ, तो री-प्ले कैसे होगा।  इसलिए अगर किसी चीज को याद रखना चाहते हैं  तो सबसे पहले उस पर पूरा ध्यान लगाएं,  गौर से सुनें-देखें और फिर दिमाग में बिठाएं।  फिर वह आपके दिमाग से निकलेगी नहीं। ऐसे करें मेमरी तेज 1. दिमागी तौर पर ऐक्टिव रहें शरीर को फिट रखने के लिए जिस तरह फिजिकल एक्सर्साइज की जरूरत होती है , वैसे ही दिमाग को मेंटल एक्सर्साइज

अच्छा रिजुमे बनाने के दस तरीके

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किसी भी नौकरी के लिए जाने से पहले आपके पास एक अच्छा रिज्यूम होना जरूरी है, जो आपकी इमेज और आपके काम के बारे में सही-सही बताता हो। रिज्यूम बनाते समय अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो निश्चित ही आपको नौकरी पाने में आसानी होगी। यहां प्रस्तुत हैं कुछ खास बातें- (1) रिज्यूम के नोट्स --- सबसे पहले अपने विषय में जो खास जानकारी आप रिज्यूम में देना चाहते हैं, उन्हें नोट कर लें। रिज्यूम बनाने से पहले अपने बारे में सभी फेक्चुअल इंफॉर्मेशन, तारीख आदि इकट्ठा कर लें फिर रिज्यूम की तैयारी करे (2) पर्सनल डिटेल्स --- किसी भी रिज्यूम की शुरुआत अपने विषय में व्यक्तिगत जानकारी से शुरू की जाती है जिसमें आपका नाम-पता और मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी होना चाहिए। (3) करियर का टारगेट :अब आप अपने रिज्यूम में ऐसा कुछ लिखें, जो ये दर्शाता हो कि आपने अपने करियर के लिए क्या टारगेट निर्धारित कर रखा है या आप कैसे काम करने वाले हैं। यहां आप अपने करियर के बारे में थोड़ी-सी जानकारी दे सकते है (4)एकेडमिक क्वालिफिकेशन ---रिज्यूम में आप अपनी शैक्षणिक योग्यताओं की जानकारी दे सकते हैं। इसमें आप क्रमश: प्र

जब बने उद्दमी तो ध्यान रखे ये बाते

जब बनना हो उद्यमी आज के युवाओं की एक बड़ी तादाद जॉब के बजाय अपना कारोबार करना पसंद करती है। अपने कारोबार का ज्यादा चैलेंजिंग होना, काम करने की स्वतंत्रता का होना, खुद के साथ-साथ दूसरों के लिए रोजगार उपलब्ध कराना, किसी भी सीमा तक उड़ान भरने का अवसर होना, अधिक आमदनी होना आदि कई ऐसे कारण हैं, जो युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते हैं। स्मॉल एंटरप्राइजेज में युवाओं की दिलचस्पी इसलिए भी नजर आती है, क्योंकि ऐसे कारोबार के लिए बजट का इंतजाम करना तुलनात्मक रूप से आसान होता है। इसके बावजूद यह भी सच है कि एंटरप्रेन्योरशिप में सफलता उन्हें ही मिलती है, जिनकी प्लानिंग अच्छी होती है और जो बाधाओं का सामना करने का हौसला रखते हैं। आपको भी सफल उद्यमी बनना हो, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है : कोई भी कारोबार शुरू करने से पहले अपनी क्षमता और रुचि का ध्यान रखें। किसी दूसरे की सफलता को देखकर शुरू किए गए काम में जरूरी नहीं कि आपको भी सफलता मिल ही जाए। जब आप अपनी क्षमता, अपनी नॉलेज का आकलन कर लेंगे, तो उसके अनुरूप कोई बिजनेस आइडिया डेवलप करें। यही आइडिया आपको आपकी मंजिल तक पहुंचाएगा। आइडिया